Description:इस श्रमसिद्ध व प्रज्ञापुष्ट ग्रंथ क्रांतिकारी कोश में भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के इतिहास को पूरी प्रामाणिकता के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है । सामान्यतया भारतीय स्वातंत्र्य आदोलन का काल 1857 से 1942 ई. तक माना जाता है; किंतु प्रस्तुत ग्रंथ में इसकी काल- सीमा 1757 ई. (प्लासी युद्ध) से लेकर 1961 ई. (गोवा मुक्ति) तक निर्धारित की गई है । लगभग दो सौ वर्ष की इस क्रांति- यात्रा में उद्भट प्रतिभा, अदम्य साहस और त्याग-तपस्या की हजारों प्रतिमाएँ साकार हुईं । इनके अलावा राष्ट्रभक्त कवि, लेखक, कलाकार, :विद्वान् और साधक भी इसी के परिणाम-पुष्प हैं । अनुक्रम (काकोरी कांड, चटगाँव शस्त्रागार कांड युग, सन् 1926 से 1934 तक तथा सन् 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के कुछ क्रांतिकारी) अंबिका चक्रवर्ती अर्धेंदु दस्तीदार — Pgs. 17 अक्लदेवी कपिलदेव केशवप्रसाद सिंह केशव सिंह कैलाश सिंह गिरवर सिंह छट्टन राय जगन्नाथ सिंह द्वारिकाप्रसाद सिंह महादेव सिंह रामानुज पांडे वासुदेव सिंह शीतल मिस्त्री शीतल सिंह सभापति सिंह — Pgs. 18 अतुलकुमार सेन अनिल भादुड़ी मणि लाहिड़ी — Pgs. 19 अनंतसिंह — Pgs. 21 अनाथबंधु पंजा निर्मलजीवन घोष प्रद्योतकुमार भट्टाचार्य बृजकिशोर चक्रवर्ती मृगेंद्रकुमार दत्त रामकृष्ण रे — Pgs. 23 अनिलचंद्र दास — Pgs. 28 अनुजचरन सेनगुप्ता दिनेशचंद्र मजूमदार — Pgs. 29 अनुरूपचंद्र सेन — Pgs. 32 अपूर्व सेन निर्मल सेन सावित्री देवी — Pgs. 33 अबदान सिंह सुक्खू सिंह — Pgs. 35 अब्दुल रसूल कुर्बान हुसेन जगन्नाथ बी. शिंदे मलप्पा धनशेट्टी श्रीकृष्ण शारदा — Pgs. 35 (Continue)..We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with KRANTIKARI KOSH IV (Hindi Edition). To get started finding KRANTIKARI KOSH IV (Hindi Edition), you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed. Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
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